नशा, कुपोषण और जागरूकता की कमी से जिले में क्षय रोगियों की संख्या में अपेक्षाकृत कमी नहीं आ रही है। जिले में जनवरी 2023 से लेकर अब तक 22973 लोगों की जांच की गई है जिसमें 974 मरीज मिले हैं। जिनका उपचार डाट्स पद्धति से किया जा रहा है। टीबी का इलाज संभव है। टीबी के मरीजों का पूरा कोर्स पक्का इलाज ही टीबी से छुटकारा दिला सकता है।